China Religion | Muslim Population China

 China Religion

China खुद को आधिकारिक तौर पर नास्तिक देश बताता है China की कम्युनिस्ट पार्टी किसी भी धर्म को नहीं मानती न ही किसी दूसरे व्यक्ति को मानने को कहता है कम्युनिस्ट पार्टी का कोई भी सदस्य पब्लिक जगह पर अपने धर्म को सार्वजनिक करते हुए पकड़ा जाए तो उसकी सदस्यता चली जाती है.

    What is happening with Uighur muslim in china ? 

Xingjiang का भू-भाग China के पश्चिमी भु-भाग में China का सबसे बड़ा प्रांत Xingjiang है इसकी सीमाएं भारत, पाकिस्तान, मंगोलिया, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, अफगानिस्तान और तजाकिस्तान से सटा हुआ है इसी प्रांत में सबसे बड़ा मुस्लिम भाग है जिसे Uighur मुस्लिम कहते हैं | China में कुल muslim population 2 करोड है | 19 वीं शताब्दी में मुस्लिमो द्वारा Xingjiang को आजाद देश घोषित कर दिया गया था लेकिन साल 1949 में जब चीन आजाद हुआ तब Xingjiang में अपनी सेना भेजकर उस पर वापस कब्जा कर लिया गया था वीगर मुस्लिम पर धार्मिक और मानसिक तौर पर बदलने का चलन शुरू हो गया लेकिन दूसरी तरफ वीगर मुस्लिम China के विरोध में खड़े हो गए इस विरोध को China पूर जोर से दबाता है वीगर मुस्लिम की मस्जिद को तोड़ा जाता है धर्म ग्रंथ को पढ़ना ही मना किया गया लेकिन विरोध की आवाज उठती थी लेकिन चीन की ताकत से उन्हें दबा दिया जाता था इसी तरह से 1990 में आंदोलन कहे या दंगा कहे इस पर कुछ तर्क नहीं दिया जा सकता

China religion

चीन मानता है कि अमेरिका में 26/11 का हमला आतंकी संगठन अलकायदा को Uighur समर्थन हासिल था लेकिन इसका कोई सबूत नहीं है|

China में 2008 में ओलंपिक गेम्स का आयोजन हुआ था और दूसरी ओर Uighur Muslim ने चीनी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया हालांकि चीन ने इसे दबा दिया

China में मुस्लिम आबादी इलाके में भारी संख्या में मिलिट्री रहते हैं जो हर दम नागरिकों की हर कदम पर नजर रखता है  इस प्रांत में मिलिट्री और कैमरा से हर व्यक्तियों पर निगरानी रखी जाती है साथ ही साथ सभी मुस्लिम लोगों को रेटिंग दी जाती है अगर कोई व्यक्ति किसी जगह पर संदिग्ध पाया गया तो उस व्यक्ति को कम ज्यादा खतरे के अनुसार उनको रेटिंग दी जाती है |

इससे वीगर मुस्लिम पर कड़ी निगरानी रखता है China ने Xingjiang में बहुत ज्यादा निवेश किया है इसलिए इन क्षेत्रों में शांति रहे इसलिए वहां व्यापार किया जा सके China के पूर्वी भाग में ज्यादा विकास हुआ है लेकिन पश्चिमी China में ज्यादा विकास नहीं हुआ है इसलिए चीनी सरकार पश्चिमी चीन में भी विकास करना चाहती हैं इसलिए हान समुदाय जो चीन के पूर्वी ओर रहते हैं काम के लिए सरकार ने चीन के Xingjiang में स्थापित कर दिया है धीरे-धीरे हान समुदायों की संख्या बढ़ती गई इन उद्योगों में ज्यादा हान समुदाय को नौकरी दी जाती थी इन परिस्थितियों ने एक नया विवाद को जन्म दिया | जो वीगर मुस्लिम और हान समुदाय के बीच टकराव | इसका परिणाम 2009 में दंगा हो गया जिसमें 197 लोगों की मौत हो गई | इस दंगे ने एक नया दाग लगा दिया जिसको चीनी सरकार ने Uighur मुस्लिम पर डाल दिया |

2017 में China की सरकार ने सरकारी जॉब करने वाले लोग रमजान रखने पर पाबंदी लगा दी महिलाओं को सार्वजनिक जगह पर बुर्का पहनने पर भी पाबंदी लगा दी पुरुषों को लंबी दाढ़ी रखने पर भी पाबंदी लगा दी
China religion

चीन मुस्लिम आबादी का बायोमेट्रिक डाटा भी बनाने में लगा हुआ है मीडिया स्रोतों से पता चलता है कि चाइना ने Xingjiang में डिटेंशन कैंप बनाए हुए हैं इन क्षेत्रों में मीडिया का जाना मना है लेकिन Camp से बाहर निकले लोगों का कहना है कि चीनी सरकार संदिग्ध वीगर मुस्लिम को Camp में रखते हैं इनको इस्लाम के खतरे के बारे में बताया जाता है अगर लोग पढ़े लिखे हो फिर भी दोबारा उन्हें शिक्षा दी जाती है ब्रेनवाश किया जाता है लोगों को मैंडरिन भाषा भी सिखाई जाती है Camp से निकले लोग बताते हैं कि जितनी जल्दी वे लोग सीखेंगे उतनी जल्दी उनका बाहर निकलने का रास्ता साफ होता है Xi jinping की बढ़ाई, अच्छाई बताई जाती है चीनी सरकार के प्रति वफादार होना भी बताया जाता है

UN की रिपोर्ट के अनुसार अगस्त 2018 तक 10 लाख लोग डिटेंशन कैंप में कैद थे यहां तक कि शिंनजियांग में किंडर गार्डन बहुत ज्यादा बनाए हैं | बल्कि शिंनजियांग को छोड़कर बाकी चाइना में कम ही बनाए हैं इन किंडर गार्डन में वीगर मुस्लिम के बच्चों को उनके मां बाप से जबरदस्ती छीन कर इनमें रखे गए हैं इसका उद्देश्य यह है की जो अगली पीढ़ी आनी है वह चीनी सरकार के प्रति वफादार हो, मैंडरिन भाषा को जानता हो और साथ ही मुस्लिम धर्म को छोड़ना शामिल है |

 निष्कर्ष

China में वीगर मुस्लिम की हालात बहुत खराब है | बल्कि दुनिया में जो धर्म के ठेकेदार और इस्लाम पर चलने वाले देश हैं वे भी चुप हैं पश्चिमी देश जो मानव अधिकारों की बात करता है वे भी शांत है वे चुप क्यों हैं ? जाहिर है चाइना के साथ हो रहे व्यापारिक संबंध इनको कोई भी देश की सरकार खराब करना नहीं चाहता यह उनका आंतरिक मसला है लेकिन यह सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक उत्पीड़न है यह पूरे धर्म और संस्कृति को खत्म करने वाला डर है




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